डाॅ. दीपक अग्रवाल
मुरादाबाद/उत्तर प्रदेश। (सन शाइन न्यूज)
मुरादाबाद की तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी ने लाॅकडाउन में ऑन लाइन शिक्षण से इतिहास रच दिया है। 950़ फैकल्टी सिलेबस मुकम्मल कराने में जुटी हैं। लॉक डाउन में ऑन लाइन क्लासेज वरदान बन गई हैं। जूम ऐप से लेकर मल्टी मीडिया के हर टूल का उपयोग हो रहा हैै। एक घंटे की क्लास में सवाल – जवाब भी, 70 से 75 कोर्स पूरा भी हुआ पूरा।
कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव को पूरी दुनिया में महीने भर से लॉक डाउन है। ऐसे में सभी प्राइवेट यूनिवर्सिटीज भी बंद हैं। स्टुडेंट्स की पढ़ाई का नुकसान न हो, इसके लिए तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में भी 950 से अधिक फैकल्टी छात्र – छात्राओं को ऑनलाइन पढ़ाई करवा रही है। वे टाइम टेबल के मुताबिक प्रतिदिन जूम एप, यूट्यूब, व्हाट्सएप और पीपीटी मेल के जरिए ऑन लाइन क्लास ले रहे हैं। सभी छात्रों के व्हाट्सएप ग्रुप बना दिए गए हैं। ऐसे में तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के टीचर्स ऑनलाइन क्लासेज रोल मॉडल बनी हुई हैं।
30 अप्रैल तक सिलेबस पूर्ति का लक्ष्य
ऑनलाइन क्लासों में सिलेबस और टीचिंग नोट्स छात्रों को फर्स्ट स्टेज में ही मुहैया करा दिए हैं। इसके बाद सब्जेक्ट वाइज टाइम टेबल तैयार करके यूजीसी, एआईसीटीई , बार काउंसिल ऑफ इंडिया, एनसीटीई, यूपीएसएमएफ के साथ-साथ यूनिवर्सिटी मानकों के मुताबिक ऑनलाइन क्लासेस चल रही हैं। यूनिवर्सिटी की ओर से 30 अप्रैल तक सिलेबस पूर्ति का लक्ष्य भी दे दिया गया है। यह सभी कॉलेजों को यूनिवर्सिटी की साइट पर कितनी क्लासें लीं, कितने घंटे क्लासें चलीं, कौन-कौन से सब्जेक्ट्स पढ़ाए गए सारा कुछ अपलोड होता है। स्टुडेंट्स की हाजिरी को लेकर भी पुख्ता प्रबंध हैं। कहा जाए तो ऑनलाइन शिक्षा लॉक डाउन में वरदान साबित हो रही है।
यूनिवर्सिटी ने ऑनलाइन शिक्षा की गुणवत्ता पर पैनी नजर रखने के लिए मॉनिटयरिंग कमेटी भी गठित की है। यह कमेटी ऑनलाइन क्लास पर अपनी पैनी नजर रखे हुए है। 14,000 से भी अधिक स्टुडेंट्स आजकल ऑनलाइन स्टडी में जुटे हुए हैं।
थ्री वे सिस्टम में ऑन लाइन क्लासेजः आरके द्विवेदी
टीएमयू के एफओईसीएस के निदेशक प्रो. आरके द्विवेदी बोले, मैं खुद बीटेक के सिक्स्थ सेम के स्टुडेंट्स के ऑनलाइन लेक्चर लेता हूं। इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी की क्लास में स्टुडेंट्स की सर्वाधिक मौजूदगी रहती है। हम ऑनलाइन क्लासेज के लिए थ्री वे अपनाते हैं। जूम एप के जरिए गूगल क्लास रुम, ब्लू जींस और स्काइप के जरिए हमारी फैकल्टी इंट्रेक्ट होती है।
टिमिट के टीचर्स और स्टुडेंट्स 12 घंटे ऑन लाइनः विपिन
टीएमयू के टिमिट निदेशक प्रो. विपिन जैन बोले, हमारी ऑनलाइन क्लास 12 ×7 मोड में रहती हैं। रविवार भी हम एंगेज रहते हैं। सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक कोर्स पूरा कराया जा रहा है। एमबीए के 70 प्रतिशत स्टुडेंट्स जॉब में होते हैं। दिन में उनका अपनी कंपनी का वर्क फ्रॉम होम चलता है, इसीलिए हमारी क्लासेज 12 घंटे चलती हैं। जॉब वाले स्टुडेंट्स सुबह या शाम को ही अपनी क्लास अटेंड कर पाते हैं।
औचक स्टेट्स लेता हूंः एमपी सिंह
एग्रीकल्चर कॉलेज के अलावा बीएड, डीएलएड, बीएससीबीएड, बीएबीएड के कोर्सों के कंट्रोलर एवं छात्र कल्याण निदेशक प्रो. एमपी सिंह कहते हैं, वीडियो, ऑडियो, व्हाट्सअप और फोन के जरिए हम 75 प्रतिशत सिलेबस पूरा करा चुके हैं। ऑनलाइन क्लासेज में 80 प्रतिशत तक मौजूदगी रहती है। उन्होंने बताया कि वह खुद फोन पर औचक छात्रों से बात करके ऑन लाइन क्लासेज का स्टेट्स भी लेता हूं।
परीक्षा को यूजीसी की गाइड लाइंस का इंतजारः डॉ. आदित्य
ज्वाइंट रजिस्ट्रार गवर्नेंस डॉ.आदित्य शर्मा कहते हैं,एमबीबीएस,बीडीएस, एमडीएस, फॉर्मेसी,नर्सिंग,पैरा मेडिकल, फिजियोथेरपी सरीखे कोर्स और कॉलेज के स्टुडेंट्स के लिए भी ऑन लाइन क्लासेज चल रही हैं। मेडिकल के इन विद्यर्थियों को एमसीआई , डीसीआई,पीसीआई,आईएनसी,यूपीएसएमएफ की गाइड लाइंस के मुताबिक ई- लर्निंग के जरिए कोर्स कंप्लीट कराया जा रहा है। नर्सिंग की आईएनसी जबकि इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेज की वेबिनार्स हो चुकी हैं। इनमें 150़ फैकल्टी की भागीदारी रही थी। ऑन लाइन गेस्ट लेक्चर भी चल रहे हैं। प्रेक्टिकल और एग्जाम को लेकर यूजीसी की गाइड लाइंस का इंतजार है।