डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा।(सनशाइन न्यूज)
अमरोहा । उ० प्र० अधिवक्ता वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष मनु शर्मा एडवोकेट ने कहा कि तीस हजारी कोर्ट दिल्ली में शनिवार को अधिवक्ताओं के साथ जो कुछ भी हुआ । वह पुलिसिया बर्बरता का सबूत है ,जिसकी हम कड़े शब्दों में भर्त्सना करते हैं । जिसे अधिवक्ता समाज किसी भी कीमत पर बर्दाश्त भी नहीं करेगा।
जनपद न्यायालय परिसर में बैठक
शुक्रवार को जनपद न्यायालय स्थित अधिवक्ता खुसरो नदीम के चेंबर पर आयोजित उ० प्र० अधिवक्ता वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष मनु शर्मा एडवोकेट ने कहा कि दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में गत 2 नवंबर को जो कुछ भी हुआ । वह पुलिसिया बर्बरता का ही सबूत है । जिसे अधिवक्ता समाज किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा । साथ ही हाल ही में किरण बेदी के द्वारा दिए गए गैर जिम्मेदाराना बयान की भी उन्होंने भत्सना की । उन्होंने कहा कि पुलिस जनता के साथ नरमी का रवैया नहीं अपनाती है । जिसका परिणाम वकीलों के गुस्से से उनके सामने आया है ।
पुलिस का आंदोलन उचित नहीं
अधिवक्ता खुसरो नदीम ने कहा कि हिंदुस्तान के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है । जहां पुलिस ने सर्विस पर होने के दौरान कोई आंदोलन किया और गुट बनाकर धरना प्रदर्शन किया हो । पुलिस का यह कृत्य कानून का उल्लंघन है । साथ ही इसे सरकारी सेवा में रहकर उनके द्वारा सरकार विरोधी अथवा देश विरोधी कृत्य माना जाएगा । इस ओर भी केंद्र सरकार को दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है । साथ ही उन गैर जिम्मेदाराना पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करने की भी मांग की गई ।
इस मौके पर मौजूद रहे
इस अवसर पर दिनेश सिंह, राहुल महेश्वरी, सचिन गुप्ता, ईश्वर सिंह बॉबी, इरफान अली मंसूरी, प्रमोद पाल, प्रमोद शर्मा, कावेंद्र सिंह, चैधरी यशपाल सिंह, देवेंद्र पाल सिंह, संजीव जिंदल, पवन वर्मा, विजय प्रकाश आर्य आदि अधिवक्ता उपस्थित रहे ।