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आरोग्यसेतु/आयुषकवच एप जागरूकता चुनींदा रचनाओं संग

डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश। (सनशाइन न्यूज)
मैं सभी से भारत सरकार की आरोग्य सेतु और उत्तर प्रदेश सरकार की आयुष कवच एप मोबाइल में डाउनलोड करने का आहवान करता हूंॅ। कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण के दृष्टिगत आयुष विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयुर्वेद एवं योग पद्धति पर आधारित स्वयं की देखभाल तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता की वृद्धि हेतु ‘‘आयुष कवच’’ मोबाइल एप जारी किया गया है। वहीं आरोग्य सेतु एप हमें कोरोना संक्रमित मरीजों के प्रति सर्तक करता है और स्वंमूल्यांकन का अवसर देता है।
इन दोनों एपों के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए सन शाइन न्यूज ने रचनाओं के माध्यम से जनजागरण की मुहिम शुरू की है। पेश हैं रचनाएंः

हेमा तिवारी भट्ट
एसआरजी अमरोहा

’कुण्डलिया’
कोरोना की हार हो,हमने ली है ठान।
इसीलिए हैं जो सही,उसका करते ध्यान।
उसका करते ध्यान,हाथ मल मलकर धोते।
ढक कर रखते फेस, ’आयुष कवच’ संजोते।
मोबाइल में सैट, ’अरोग्य सेतु’ का कोना।
अब कहो कैसे न हारेगा यह कोरोना।।

………..


श्वेता सक्सेना, शिक्षिका,
पूर्व मा वि तिगरिया खादर, गजरौला
अमरोहा।
मंै सुरक्षित,हम सुरक्षित
भारत सुरक्षित
आज है विनम्र अनुरोध
आयुष कवच व आरोग्य सेतु का न अब है विरोध
कोविड-19 से है दुनिया भयभीत
क्यों न हो? अभी तक न है कोई वैक्सीन
भारतीय संस्कृति व आधुनिक तकनीकी
आयुष कवच व आरोग्य सेतु है बस यही
आयुष कवच है स्वस्थ जीवन शैली
दिन भर सेवन करें गर्म पानी
योग को शामिल कर, रहे निरोगी
तुलसी ,एलोवेरा, लौंग, इलायची
अदरक, अजवाइन, हल्दी है संजीवनी
काढ़ा बनाकर दो बार सेवन है जरूरी
रोग प्रतिरोधक क्षमता जिससे है बढ़ती
आज है विनम्र अनुरोध….
आरोग्य सेतु से है मिलती
आस-पास संक्रमितों की जानकारी
जागरूकता व स्वास्थ्य संबंधी
सेवाएं है इसमें उपयोगी
डरने की नहीं बस जरूरी है सावधानी
यही तो है भारतीय संस्कृति व आधुनिक तकनीकी
धन्य है मोदी जी व योगी जी
हर पल हर संभव प्रयास है जरूरी
आज सबका एक है नारा
मैं सुरक्षित,हम सुरक्षित
भारत सुरक्षित।
…………

रेखा रानी
ब्लॉक मंत्रीः प्राथमिक शिक्षक संघ,
गजरौला, अमरोहा।

कब तक घर में कैद रहेंगे ,
काम जरूरी करने होंगे।
लड़ते -लड़ते इस वायरस से,
वजय शिखर छूने होंगे।
मास्क ,ग्लब्स से पहले,
हमको मीत साथ दो रखने होंगे।
अपने -अपने मोबाइल में कैद
हमें यह करने होंगे।
आरोग्य सेतु और
भैया आयुष कवच मनोहर होंगे।
जब हम घर से बाहर होंगे,
सच्चे पहरेदार ये होंगे।
जैसे ही संक्रमित व्यक्ति आसपास मंडराएगा ।
मित्र आरोग्य सेतू हमारा चैकन्ना हो जाएगा।
साथ हो ऐसा मित्र हमारे
तो क्यों हम घबराए ।
विपदा के आते ही
जो उससे हमें बचाए।
आयुष भैया कवच बनेंगे
और हमको सिखलाएंगे।
कैसी होगी दिनचर्या आहार-विहार समझाएंगे।
योगा -प्राणायाम ,
आहार कैसा कब कब खाएंगे।
प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ा
हम विश्व गुरु कहलाएंगे।।
कोरोना की जंग में एक दिन निश्चित ही विजयी होंगे।
कब तक घर में कैद रहेंगे,
काम जरूरी करने होंगे।
आज अभी संकल्पित हों सब,
घर से बाहर रखेंगे तब पग।
अपने -अपने मोबाइल में डाउनलोड करना होगा।
आरोग्य और आयुष कवच
साथ रोज रखना होगा।
रेखा देखना भारत एक दिन सिरमौर अपना होगा।
कब तक घर में कैद रहेंगे , ख्वाब पूर्ण करने होंगे ।
…………….

प्रीति चैधरी(शिक्षिका)
राजकीय बालिका इंटर कालेज
हसनपुर, अमरोहा।
हर कोई जिससे हुआ चिंतित
जिसके कहर ने होश उड़ाया
उस कोरोना के संक्रमण रोकने हेतु
विभाग आयुष ने हल एक निकाला
आने न देगा हम तक कोरोना को
आयुष कवच ऐसा है ऐप निराला
आयुर्वेद योग पद्धति पर आधारित
यह ऐप बताएगा जीने का सलीका
कैसे करनी है खुद की देखभाल
हमें बताएगा यह उसका तरीका
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के
राज आपको ऐसे यह बतलायगा
फिर कोरोना नाम का यह वायरस
आपका कुछ बिगाड़ न पाएगा
आरोग्य सेतु और आयुष कवच
जब होगे मोबाइल में हमारे
तब ही बनेगे हर राह पर
ये जीवन रक्षक हमारे
………………………..

डॉ.अशोक ‘गुलशन
उत्तरी कानूनगोपुरा, बहराइच (उ.प्र.)

आयुष के आरोग्य सेतु को जिसने है अपनाया,
अब तक उसके निकट कभी भी नहीं कोरोना आया।।
भैया-बहनों सुनो ध्यान से रहा तुम्हें बतलाय।
कोरोना से बचने का है कोविड कवच उपाय।।
कोरोना पीड़ित की स्थिति जान वही बस पायेगा।
बच्चा-बूढ़ा जो कोई आरोग्य सेतु अपनायेगा।।
कहीं संक्रमण है यदि तो आरोग्य सेतु बतलायेगा।
वही बचेगा जो जानेगा सबको वही बतायेगा।।
निकट न आयेगा कभी, कोरोना का रोगद्य
घर के अन्दर ही रहें, यदि घर-घर के लोग।।
दूर-दूर सबसे रहो, मानो यही सलाहद्य
कोरोना से जीत की, यही एक है राह।।
पियें गर्म पानी कभी, काढ़ा या फिर चाय
कोरोना को मारने, का यह एक उपाय।।
जो घर से बाहर रहा, करा रहा उपचार
जो घर में बैठा रहा, हुआ नहीं बीमार।।
रहें अगर इक्कीस दिन, अपने घर में कैद
भूलेंगे फिर डाक्टर ,भूलेंगे फिर वैद्य।।
एक तिहाई मिनट तक, धुलें-धुलायें हाथ
अगर जरूरत हो करें, तीन फीट से बात।।
बार-बार मत पोंछिये, आँख-नाक-मुँह-कान
तभी बचेगी आपकी, कोरोना से जान।।
अगर चाहिये आपको, जीवन बहर का साथद्य
थोड़ी-थोड़ी देर पर ,धुलते रहिये हाथ।।

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Dr. Deepak Agarwal
Dr. Deepak Agarwal is the founder of SunShineNews. He is also an experienced Journalist and Asst. Professor of mass communication and journalism at the Jagdish Saran Hindu (P.G) College Amroha Uttar Pradesh. He had worked 15 years in Amur Ujala, 8 years in Hindustan,3years in Chingari and Bijnor Times. For news, advertisement and any query contact us on deepakamrohi@gmail.com
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