डॉ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
पहले शिक्षक पति की मौत हुई। पति के स्थान पर पत्नी को नौकरी मिली और वह शिक्षिका बन गई पर दुर्भाग्य ने उसका भी पीछा नहीं छोड़ा और वह भी काल का ग्रास बन गई। टीचर्स सेल्फ केअर टीम ,अमरोहा के जिला संयोजक सौरभ सक्सेना ने बताया कि संगठन उनके बच्चों का आर्थिक सहयोग करेगा।
परिवार में दो पुत्र
टीचर्स सेल्फ केअर टीम ,अमरोहा के जिला संयोजक सौरभ सक्सेना ने बताया कि इस माह 15 जून से 25 जून 2025 के मध्य टीचर्स सेल्फ केअर टीम के प्रदेश के सदस्य सहयोग करके सहायता राशि प्रदान करेंगे। श्री सक्सेना ने बताया कि स्व. ऋचा मलिक टीएससीटी की सक्रिय सदस्य थीं। उनको सितंबर 2024 में पीलिया हो गया था, जो बिगड़ गया था। उनका इलाज मुरादाबाद , मेरठ और मेक्स हॉस्पिटल दिल्ली में कराया गया। इस दौरान उनके अंग फेल हो गए और 8 अक्टूबर 2024 को उनकी मृत्यु हो गई थी। उन्होंने बताया कि 2019 में उनके पति की भी मृत्यु ब्रेन हेमरेज के कारण हो गई थी। स्व. ऋचा मलिक अपने पीछे दो पुत्र छोड़ गई हैं।
336 परिवारों को 138 करोड़ 37 लाख रुपए की मदद
जिला सह संयोजक श्री बीनू कुमार ने बताया कि टीएससीटी का गठन 26 जुलाई 2020 को हुआ था। टीएससीटी पिछले पौने पांच साल में 336 दिवंगत साथियों के परिवार को अभी तक 138 करोड़ 37 लाख रुपए की मदद कर चुकी है। उन्होंने बताया कि इसमें प्रदेश के सदस्य दिवंगत साथियों के नॉमिनी के खाते में मात्र 15.5 रुपए स्वयं ऑनलाइन ट्रांसफर करते हैं। जिससे नॉमिनी को 49- 50 लाख रुपए की सहायता राशि प्राप्त हो जाती है।
जिला प्रवक्ता विपुल अग्रवाल ने बताया कि टीएससीटी के प्रदेश में 400719 सदस्य हैं। अमरोहा में 4159 साथी पंजीकृत हैं। उन्होंने बताया कि टीएससीटी इसके अतिरिक्त दुर्घटना घायल साथी की भी सहायता करती है। इसके अलावा बीमारी और कन्या के विवाह में भी सहयोग के लिए टीएससीटी योजनाएं ला रही है।
अमरोहा टीम ने बेसिक, इंटर और डिग्री कॉलेज के शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को टीएससीटी से जुड़ने की अपील की है।
पहले शिक्षक पति की मौत, पत्नी को नौकरी मिली तो मौत ने उसे भी नहीं छोड़ा/ टीएससीटी करेगी सहयोग
